Oct 072015
 

तू जपले कृष्णा कन्हैया तेरा लगंणा नहीं रुपैया — २ लगंणा नहीं रुपैया , तेरा लगंणा नहीं रुपैया जपले , ओ  जपले , तू जपले कृष्णा कन्हैया तेरा लगंणा नहीं रुपैया। —— जो जपता उसको फल मिलता उसका तो खोटा सिक्का चलता जो जपता उसको फल मिलता उसका तो खोटा सिक्का चलता पार करेंगे ,

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Nov 222014
 
Shri Hanuman Chalisa with Meaning

श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित !! श्री गुरु चरण सरोज रज,निज मन मुकुरु सुधारि। बरनऊँ रघुवर बिमल जसु,जो दायकु फल चारि। 《अर्थ》→ शरीर गुरु महाराज के चरण कमलों की धूलि से अपने मन रुपी दर्पणको पवित्र करके श्री रघुवीर के निर्मल यश का वर्णन करता हूँ,जो चारों फल धर्म,अर्थ,काम और मोक्ष को देने वाला हे।★ बुद्धिहीन तनु जानिके,सुमिरो पवन-कुमार। बल

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